चमोली जिले के कर्णप्रयाग क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब चारधाम यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं की एक कार अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। यह दर्दनाक हादसा बुधवार तड़के लगभग सुबह 4:15 बजे सोनला क्षेत्र के पास घटित हुआ, जब अंधेरे के कारण चालक कार पर नियंत्रण नहीं रख सका और वाहन फिसलकर लगभग 30 मीटर गहरी खाई में जा गिरा। कार में कुल पांच लोग सवार थे, जो सभी राजस्थान से भगवान के दर्शन को निकले थे और चारधाम यात्रा की पावन तीर्थ यात्रा पर थे। दुर्घटना के समय घना अंधेरा छाया हुआ था, जिससे गिरने के बाद कार झाड़ियों में उलटी अवस्था में फंस गई और बाहर से दिखाई नहीं दी। इस वजह से वाहन में फंसे यात्रियों को तत्काल बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिला और वे सभी गंभीर रूप से घायल अवस्था में वाहन के अंदर ही फंसे रहे। सूचना मिलते ही लंगासू पुलिस चौकी की टीम ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। पुलिसकर्मियों ने बिना समय गंवाए मौके पर पहुंचकर कठिन परिस्थितियों के बीच राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। गाड़ी इस कदर क्षतिग्रस्त और लॉक हो चुकी थी कि उसमें फंसे लोगों को निकालना आसान नहीं था। बावजूद इसके, पुलिस की तत्परता और साहसिक प्रयासों के चलते सभी यात्रियों को सुरक्षित वाहन से बाहर निकालने में सफलता मिली। राहत कार्य के दौरान कई तरह की तकनीकी और भौगोलिक चुनौतियां सामने आईं, लेकिन पुलिस टीम ने संयम और सूझबूझ के साथ उन्हें पार किया। इसके तुरंत बाद घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए 108 एंबुलेंस की मदद से नजदीकी अस्पताल भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।इस हादसे ने एक बार फिर उत्तराखंड की दुर्गम पहाड़ी यात्रा मार्गों की चुनौतियों को उजागर कर दिया है। चारधाम यात्रा के दौरान लगातार बढ़ते ट्रैफिक और तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के बीच सुरक्षा इंतजामों की भी परीक्षा होती है। पुलिस और आपदा राहत टीमें हर संभव प्रयास कर रही हैं कि इस प्रकार की आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके। चमोली प्रशासन द्वारा यात्रियों से बार-बार अपील की जा रही है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा के दौरान सतर्कता बरतें और निर्धारित गति सीमा का पालन करें। इस हादसे ने यात्रियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर चिंतन की आवश्यकता जताई है, विशेषकर उन तीर्थ यात्रियों के लिए जो दूर-दराज से आकर पर्वतीय मार्गों की कठिनाइयों से अनजान रहते हैं। चारधाम यात्रा की पवित्र भावना में कोई कमी नहीं आई है, लेकिन ऐसे हादसे तीर्थ मार्गों पर यात्रा के दौरान होने वाले जोखिमों की याद दिला देते हैं। राहत की बात यह रही कि समय रहते पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों के चलते पांचों यात्रियों की जान बच गई, अन्यथा यह हादसा और भी बड़ा रूप ले सकता था। फिलहाल सभी घायल यात्री अस्पताल में उपचाराधीन हैं और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और स्थानीय अधिकारियों को भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने हेतु सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

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