काशीपुर। परंपरागत खेती के स्थान पर अब उत्तराखड के किसान आधुनिक और वैज्ञानिक पद्धतियों को अपना रहे हैं। सूर्या फाउंडेशन की एक अभिनव पहल के अंतर्गत काशीपुर क्षेत्र के 9 किसानों को मल्टीलेयर खेती के लिए प्रेरित किया गया, जिसके सकारात्मक परिणाम अब स्पष्ट रूप से सामने आ रहे हैं। सूर्या फाउंडेशन ने किसानों को तार, एंगल और बांस दिया इससे किसान खेतों में एक साथ चार अलग-अलग फसलें उगा रहे हे जो आकाश चौरसिया द्वारा विकसित सिद्धांतों पर आधारित है, जो न्यूनतम भूमि में अधिकतम उत्पादन का मॉडल प्रस्तुत करती है। पहले जहां किसान एक ही फसल से 8000 तक की आय प्राप्त करते थे अब वही भूमि उन्हें 32000 तक की आमदनी दे रही है। इससे न केवल उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आया है, बल्कि वे अब खेती को एक सम्मानजनक और लाभदायक व्यवसाय के रूप में देखने लगे हैं। इस सफल प्रयोग और किसानों की मेहनत को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तराखड सरकार के राज्य मंत्री मुकेश कुमार ने स्वयं किसानों के खेतों पर पहुंचे। उन्होंने मल्टी लेयर खेती के कार्य को नजदीक से देखा और किसानों से संवाद कर उनकी उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह मॉडल राज्यभर के किसानों के लिए प्रेरणा है। सूर्या फाउंडेशन इस तकनीक को उत्तराखड के साथ-साथ मध्य प्रदेश, हरियाणा में भी किसानों को करा रही है जिससे अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सकें।

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