काशीपुर। विश्वकर्मा जयंती एवं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाए जा रहे सेवा पखवाड़े के तहत मेयर पत्नी तथा डी बाली ग्रुप की डायरेक्टर उर्वशी दत्त बाली ने हिंदू वाहिनी संगठन के सदस्यों के साथ पीरुमदारा के पास स्थित यू – एस – आर इंदू समिति के मूक बधिर बच्चों के विद्यालय में पहुंचकर उपहार भेंट किए और अपनेपन का एहसास कराते हुए कुछ पल उनके साथ गुजारे।अपनापन लेकर पहुंचे लोगों को देखकर इन बच्चों ने भी अपना प्यार दिखाने में कोई कमी नहीं छोड़ी और भाव विभोर करने वाला दृश्य तो यह रहा कि जो बच्चे ना सुन सकते हैं और ना बोल सकते उन्होंने बज रहे गीतों पर डांस कर सभी का मन मोह लिया और बिन बोले संदेश दिया कि आप हमारे साथ हैं तो हम भी किसी से कम नहीं। हिंदू वाहिनी संगठन के सदस्यों द्वारा दिया गया, केक और खाने पीने का अन्य सामान देखकर इन बच्चों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई।। यह बेचारे कह तो कुछ नहीं पाए लेकिन इनके व्यवहार से लग रहा था कि यह बहुत खुश है। डी-बाली ग्रुप की डायरेक्टर श्रीमती उर्वशी दत्त बाली अक्सर इन बच्चों के बीच जाती हैं और समाज के दूसरे लोगों को भी इनके पास जाकर उनकी सेवा करने के लिए प्रेरित करती हैं।इन बच्चों को केक बहुत पसंद है इसलिए हिंदू वाहिनी संगठन के सदस्यों ने, dbali डायरेक्टर उर्वशी दत्त बाली जी के साथ मिलकर इनसे केक कटवा कर इन्हें खिलाया और खाने पीने का दूसरा सामान भी दिया गया। खुशी में झूमते बच्चों के चेहरे देखकर अलग ही आनंद की अनुभूति हो रही थी। श्रीमती बाली ने कहा कि उनके एक ही बार के अनुरोध से हिंदू वाहिनी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आनंद तिवारी एवं उनकी पूरी टीम इन बच्चों से जुड़ गई जिसके लिए वह उनकी हृदय से आभारी हैं। हिंदू वाहिनी के अध्यक्ष श्री आनंद जी ने भी कहा कि मूक बधिर बच्चों की सेवा अपने आप में बहुत बड़ा परोपकार है और इनसे जोड़ने के लिए हम श्रीमती उर्वशी दत्त बाली जी के बहुत आभारी हैं, साथ ही, हिंदू वाहिनी संगठन के सदस्य विश्वास दिलाते हैं कि इन बच्चों की सेवा में भविष्य में जहां भी उनके सहयोग की जरूरत होगी हम साथ खड़े नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि नवरात्रों की नवमी के दिन हिंदू वाहिनी संगठन के सदस्यों द्वारा एक भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें इन बच्चों को बुलाया गया है। इस अवसर पर बच्चों के साथ समय बिताते हुए मेयर पत्नी श्रीमती बाली ने कहा कि सामान्य बच्चों के पास कभी-कभी किताबों या सुविधाओं की कमी होती है, लेकिन इन usr स्कूल के दिव्यांग बच्चों के पास तो शरीर के अंग ही नहीं हैं। यह जीवन की सबसे बड़ी कमी है, जिसे कोई भी सुविधा पूरी नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि इन बच्चों की दिनचर्या बेहद सरल है – सोना, उठना, पढ़ना, खाना और खेलना, और कुछ ना कुछ स्किल इनको सिखाई जाती है स्कूल के अंदर ही, ताकि जब यहां से पढ़ाई पूरी हो जाए, तो अपने-अपने घरों में गांव में जाकर, यह खुद काम करने के काबिल होकर जिंदगी में कुछ जीविका कमा सके, यह इनकी रोज की दिनचर्या है। मगर जब कोई उनसे मिलने आता है, तो उनके चेहरों पर जो खुशी झलकती है, वह अनमोल होती है। कई बच्चों के माता-पिता भी उनके पास नहीं पहुँच पाते, किसी की कुछ मजबूरी तो कोई आना ही नहीं चाहता कुछ अपने ही कारणों से, जिससे इन बच्चों का अकेलापन और गहरा हो जाता है। भावुक होते हुए मेयर पत्नी ने कहा मैं हर दिन अपने परमात्मा के लिए एक घंटा निकालती हूँ। उसमें से 45 मिनट मैं ऐसे ही जरूरतमंदों के लिए कुछ ना कुछ करती हूं। यह मेरी ज़िंदगी का सिद्धांत है कि जब तक जीवन है, मैं किसी न किसी के काम आऊँ। सच तो यह है कि किसी को थोड़ा-सा समय और सहारा देने से हमारे पास कुछ कम नहीं होता, लेकिन सामने वाले का जीवन बदल सकता है।”उन्होंने समाज के लोगों और संस्थाओं से अपील की कि वें इन बच्चों से जुड़े। इन बेचारों के साथ तो प्रकृति ने भी अन्याय किया और अपनों ने भी अपनत्व नहीं दिया। अंगों की कमी से जीवन अधूरा है, फिर भी ये बच्चे अपनी ही मुस्कान में जिंदगी का उजाला ढूंढ रहे हैं। आइए इनकी जिंदगी के उस उजाले का हम भी हिस्सा बन जाएं। आज के इस कार्यक्रम में विद्यालय की अधीक्षिका अनुप्रिया शर्मा काउंसलर ज्योति रावत अधीक्षक अभिषेक शर्मा आदि ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया और सभी का आभार व्यक्त किया।हिंदू वाहिनी संगठन से प्रदेश अध्यक्ष आनंद तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा, प्रदेश महामंत्री महेंद्र सिसोदिया, प्रदेश मंत्री योगेश चौहान, प्रदेश महामंत्री महिला रूचिन शर्मा, जिला अध्यक्ष विनय शर्मा, जिला महामंत्री संचित मिश्रा, जिला महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा सोना ठाकुर, नगर अध्यक्षा ज्योति शर्मा, अमित कुमारी तथा अंकिता चौधरी विशेष रूप से उपस्थित रहे और बच्चों को प्यार व दुलार दिया।

संपादक : एफ यू खान
संपर्क: +91 9837215263