हरिद्वार, 10 नवम्बर। लक्सर क्षेत्र के भोगपुर ग्राम से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां आंगनबाड़ी केंद्र के अंतर्गत पंजीकृत एक गर्भवती महिला की प्रसव के दौरान मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, महिला लंबे समय से एनीमिया (खून की कमी) से पीड़ित थी और समय पर उचित देखभाल तथा निगरानी न होने के कारण उसकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने महिला और बाल स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।मामला बाल विकास परियोजना अधिकारी, लक्सर के संज्ञान में आने के बाद यह पाया गया कि संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सुपरवाइजर तथा परियोजना अधिकारी ने गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की निगरानी में गंभीर लापरवाही बरती। यह स्थिति अत्यंत खेदजनक और संवेदनहीनता दर्शाने वाली बताई गई है।घटना की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी हरिद्वार के निर्देश पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी किया गया है। नोटिस में कहा गया है कि गर्भवती महिला की मौत जैसी दुखद घटना में कर्तव्यों के प्रति लापरवाही स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, अतः यह बताया जाए कि उनके विरुद्ध शासकीय या विभागीय कार्यवाही क्यों न की जाए।बाल विकास विभाग ने संबंधितों को निर्देश दिया है कि वे अपने पक्ष में स्पष्ट स्पष्टीकरण एवं साक्ष्य सहित तीन दिन के भीतर जवाब प्रस्तुत करें। समय सीमा में उत्तर न मिलने या असंतोषजनक जवाब की स्थिति में विभागीय कार्रवाई की संभावना जताई गई है।यह मामला न केवल जिम्मेदार अधिकारियों की कार्यशैली पर प्रश्न उठाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की निगरानी और पोषण संबंधी योजनाओं के क्रियान्वयन में अब भी गंभीर कमी बनी हुई है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस घटना की पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो।
संपादक : एफ यू खान
संपर्क: +91 9837215263
