सतर्कता नहीं बरती तो डिहाईड्रेशन जैसी बीमारी से जा सकती है जान: डॉ अर्चना चौहान

काशीपुर। इस समय भीषण गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और लू के थपेड़े भी लोगों को जीने नहीं दे रहे है, इसी को लेकर देखा जा रहा है कि राजकीय चिकित्सालय के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी डिहाइड्रेशन जैसे मैरिज ज्यादा दिखाई दे रहे हैं । बच्चो ओर बड़ों को उल्टी दस्त जैसी शिकायत आम हो चली है। इस बीमारी से लोगों की जाने तक चली गई। इसी को लेकर एलडी भट्ट उपजिला राजकीय चिकित्सालय के डॉक्टर प्रियांशु चौहान ने बताया कि राजकीय चिकित्सालय में उल्टी दस्त जैसे मरीज काफी आ रहे हैं और ओपीडी भी बहुत ज्यादा बड़ी है। उन्होंने बताया कि यहां पर पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध है डिहाईड्रेशन के मरीज दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं उल्टी दस्त जैसी बीमारी से लोग परेशान हैं जिनको सबसे पहले प्राथमिकता के आधार पर देखा जा रहा है। इस दौरान चिकित्सक डॉक्टर अर्चना चौहान ने बताया कि डिहाइड्रेशन होने पर अपने नजदीकी चिकित्सकों की सलाह लेकर अपना इलाज कराए पानी का ज्यादा प्रयोग करें उल्टी दस्त होने पर ओआरएस के घोल का अधिक प्रयोग करें उल्टी दस्त होने की शिकायत पर तुरंत अस्पताल में दिखाए। डॉ अर्चना चौहान ने यह भी बताया कि गर्भवती महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे के लिए माता को पौष्टिक आहार और पानी का अधिक प्रयोग करना चाहिए। इस दौरान बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आसिफ ने बताया कि डिहाईड्रेशन जैसी बीमारी के चलते शरीर में पानी की मात्रा कम हो जाती है, जिससे मरीज को खतरा उत्पन्न हो जाता है। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से अपील की है कि भीषण गर्मी में अपने बच्चों को बाहर न निकलने दें, सर पर कपड़ा डालकर निकले और पानी का अधिक प्रयोग करें। इसी के साथ ही डॉक्टर भूपेंद्र ने बताया कि इस समय गर्मी का प्रयोग बढ़ता जा रहा है इसको लेकर डॉ भूपेंद्र ने लोगों से कहा है कि गर्मी में ज्यादा घरों से ना निकले और अधिक पानी का प्रयोग करें समय-समय पर नींबू पानी का भी प्रयोग करें, बाहर का बासी खाना न खाएं और डिहाइड्रेशन जैसी शिकायत पर तुरंत नजदीकी अस्पताल में आकर अपना इलाज कराए।

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संपादक : एफ यू खान

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