देहरादून।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को सचिवालय में आयोजित राज्य वन्यजीव बोर्ड की बैठक में कहा कि राज्य में वन क्षेत्रों के आसपास ईको-पर्यटन को सक्रिय रूप से बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वन संरक्षण और आर्थिक विकास को जोड़ने के लिए एक समग्र 10 वर्षीय कार्ययोजना तैयार की जाए, जिससे वनों की संपदा को स्थानीय लोगों की आजीविका से जोड़ा जा सके।मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड जैसे वनसमृद्ध राज्य में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। ऐसे में वन एवं वित्त विभागों को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे ताकि वन विश्राम गृहों का बेहतर उपयोग किया जा सके और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखते हुए पर्यटन के जरिए राजस्व बढ़ाया जा सके।बैठक के दौरान 23 प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई, जिनमें से 20 प्रस्ताव संरक्षित क्षेत्रों की 10 किलोमीटर की परिधि के भीतर खनन से जुड़े हैं। ये सभी प्रस्ताव अब राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड को अंतिम स्वीकृति के लिए भेजे जाएंगे। वहीं, दो सड़क निर्माण से संबंधित प्रस्तावों की आगे समीक्षा की जाएगी।मुख्यमंत्री ने मानव-वन्यजीव संघर्ष की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि ऐसे मामलों में तत्काल मुआवजा सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम लागू किया जाए। इसके अलावा, हल्द्वानी में प्रस्तावित चिड़ियाघर और सफारी के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने तथा राजाजी टाइगर रिजर्व स्थित ऐतिहासिक चौरासी कुटी के जीर्णोद्धार में तेजी लाने के भी निर्देश दिए गए।मुख्यमंत्री ने राज्य में ईको-पर्यटन के नए स्थलों के विकास और वन प्रबंधन में नवाचार को समय की आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा कि जैव विविधता के संरक्षण के साथ ही इसका सतत और विवेकपूर्ण उपयोग राज्य के आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।वन मंत्री सुबोध उनियाल ने भी बैठक में कहा कि वन संसाधनों को आजीविका से जोड़ने और ईको-पर्यटन को विस्तार देने के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कर इस दिशा में ठोस परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।बैठक में विधायक बंशीधर भगत, दीवान सिंह बिष्ट, प्रमुख वन सचिव आर.के. सुधांशु, डीजीपी दीपम सेठ, मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) डॉ. धनंजय मोहन, आर.के. मिश्रा, सचिव डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, नीरज खैरवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी व बोर्ड सदस्य उपस्थित रहे।

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